Makar Sankranti – मकर संक्रांति

Happy Spring

Makar Sankranti marks the transition of the Sun into the zodiac sign of Makara rashi (Capricorn) on its celestial path.

Celebrated on 14th January

शास्‍त्रानुसार, मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं।

संक्रांति के लगते ही सूर्य उत्तरायण हो जाता है। उत्तरायण में दिन बड़े और रातें छोटी होती हैं। सर्दी का प्रकोप शांत करने के लिए सूर्य भगवान की पूजा की जाती है।

मकर संक्रांति के दिन लोग खिचड़ी बनाते हैं और सूर्य देव को खिचड़ी प्रसाद स्वरूप अर्पित करते हैं। यही कारण है कि उत्तर प्रदेश में मकर संक्रांति को खिचड़ी पर्व भी कहा जाता है।

माघ मास में पड़ने वाला मकर संक्रांति का पर्व पूर्वोत्तर भारत (असम) में बिहू कहलाता है।

पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल आदि में इसे लोहड़ी; दक्षिण में पोंगल, कर्नाटक में सुग्गी, महाराष्ट्र में तिलगुल, उड़ीसा में मकर चैला, बंगाल में पौष संक्रांति, गुजरात व उत्तराखंड में उत्तरायणी तथा बिहार, बुंदेलखंड और मध्यप्रदेश में सकरात कहते हैं।

 

सूर्य मंत्र – ऊँ सूर्याय नमः ।