Diwali / Deepawali is by far the biggest festival in India.
Diwali is very enthusiastically celebrated for five continuous days and each day has its significance with a number of myths, legends and beliefs.
- The First Day : Dhanteras
- The Second Day : Narak Chaudas or Chhoti Diwali
- The Third Day : Diwali or Deepavali
- The Fourth Day : Goverdhan Puja
- The Fourth Day : Bhai Dooj
पौराणिक कथा के अनुसार इसी दिन भगवान श्री राम चौदह वर्ष का वनवास काट कर अयोध्या लौटे थे।
How to celebrate ?
- Clean the house
- Decorate the house
- Put led lights
- Shop for new clothes
- Shop for sweets and fireworks
- Distribute sweets to friends and family
- Wish Happy Diwali to all
- Switch on the LED lights and lit candles
- Do Laxmi Ganesh Pooja in the evening
- Enjoy sweets and fireworks
महालक्ष्मी नमस्तुभ्यं, नमस्तुभ्यं सुरेश्वरि ।
हरि प्रिये नमस्तुभ्यं, नमस्तुभ्यं दयानिधे ॥
यदि आप मां लक्ष्मी को प्रसन्न कर उनका आशीर्वाद पाना चाहते हैं, तो लक्ष्मी पूजा के बाद उनकी यह आरती जरूर गाएं।
ॐ जय लक्ष्मी माता आरती
ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता ।
तुमको निशिदिन सेवत, हरि विष्णु विधाता ॥
ॐ जय लक्ष्मी माता ॥
उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता ।
सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता ॥
ॐ जय लक्ष्मी माता ॥
दुर्गा रुप निरंजनी, सुख सम्पत्ति दाता ।
जो कोई तुमको ध्यावत, ऋद्धि-सिद्धि धन पाता ॥
ॐ जय लक्ष्मी माता ॥
तुम पाताल-निवासिनि, तुम ही शुभदाता ।
कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनी, भवनिधि की त्राता ॥
ॐ जय लक्ष्मी माता ॥
जिस घर में तुम रहतीं, सब सद्गुण आता ।
सब सम्भव हो जाता, मन नहीं घबराता ॥
ॐ जय लक्ष्मी माता ॥
तुम बिन यज्ञ न होते, वस्त्र न कोई पाता ।
खान-पान का वैभव, सब तुमसे आता ॥
ॐ जय लक्ष्मी माता ॥
शुभ-गुण मन्दिर सुन्दर, क्षीरोदधि-जाता ।
रत्न चतुर्दश तुम बिन, कोई नहीं पाता ॥
ॐ जय लक्ष्मी माता ॥
महालक्ष्मी जी की आरती, जो कोई जन गाता ।
उर आनन्द समाता, पाप उतर जाता ॥
ॐ जय लक्ष्मी माता ॥