Diwali puja mantra of goddess Lakshmi, Ganesha and Saraswati. Chant following mantra and make your Diwali divine and special. This day marks the birthday of Lakshmi – the Goddess of Wealth and Prosperity, and the birthday of Dhanvantari – the Goddess of Health and Healing.Lakshmi is believed to roam the earth on Diwali night.
दीपक का प्रकाश हर पल आपके घर में सुख समृद्धि और आशीर्वाद ले कर आए |
आप सबको दीपावली की शुभकामनाएं | शुभ दीपावली |
दीवाली हिन्दुओं का सबसे बड़ा त्योहार है और इस दिन सभी लोग अपने घर की सुख शांति और समृद्धि के लिए मां लक्ष्मी एवं भगवान गणेश का पूजन करते हैं।
घर में साफ सफाई करते हैं। दीपावली की रात दीप जलाकर जगमगाहट करते हैं। घर के मुख्य दरवाजे पर रंगोली बनाई जाती है | फूल, अक्षत, कुमकुम, रोली, दूब, पान, सुपारी और मोदक मिष्टान से भगवान गणेश और देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है |
पूजन के प्रारम्भ में हाथ में अक्षत, जल एवं पुष्प लेकर समस्त देवताओं का स्मरण करते हुए निम्नलिखित मंत्रों का उच्चारण करते हैं।
ॐ सर्वेभ्यो देवेभ्यो नमः
श्रीमन्महागणाधिपतये नमः
लक्ष्मीनारायणाभ्यां नमः
उमा महेश्वराभ्यां नमः
वाणीहिरण्यगर्भाभ्यां नमः
शचीपुरन्दराभ्यां नमः
मातृ-पितृचरणकमलेभ्यो नमः
ॐ इष्टदेवताभ्यो नमः
ल देवताभ्यो नमः
ग्रामदेवताभ्यो नमः,
वास्तुदेवताभ्यो नमः
स्थान देवताभ्यो नमः
सर्वेभ्यो देवेभ्यो नमः
सर्वेभ्यो ब्राह्मणेभ्यो नमः
ॐ सिद्धिबुद्धिसहिताय श्रीमन्महागणाधिपतये नमः
शुभ गणेश का प्रतीक हैं और लाभ लक्ष्मी का। इसलिए दीवाली के दिन लक्ष्मी के साथ-साथ गणेश की भी पूजा होती हैं।
गणेश पूजन मंत्र –
गजाननम्भूतगणादिसेवितं कपित्थ जम्बू फलचारुभक्षणम्। उमासुतं शोक विनाशकारकं नमामि विघ्नेश्वरपादपंकजम्।आवाहन:
महालक्ष्मी पूजन से घर-परिवार में वैभव की प्रतिष्ठा की जा सकती है। शास्त्रों में
कार्तिक मास को जागरण, प्रात: स्नान, तुलसी सेवन, उद्यापन और दीपदान का
उत्तम अवसर कहा गया है
प्रात: पूजन मंत्र –
हरिजागरणं प्रात: स्नानं तुलसिसेवनम्। उद्यापनं दीपदानं व्रतान्येतानि कार्तिके॥
महालक्ष्मी मंत्र –
ऊँ ह्रीं श्रीं क्लीं महालक्ष्मी, महासरस्वती ममगृहे आगच्छ-आगच्छ ह्रीं नम:।
महालक्ष्मी पूजन मंत्र –
ऊँ महालक्ष्म्यै नम
नमस्ते सर्वदेवानां वरदासि हरेः प्रिया.
या गतिस्त्वत्प्रपन्नानां सा मे भूयात्वदर्चनात॥
नवग्रहों का पूजन मंत्र –
ओम् ब्रह्मा मुरारिस्त्रिपुरान्तकारी भानु: शशि भूमिसुतो बुधश्च। गुरुश्च शुक्र: शनिराहुकेतव: सर्वे ग्रहा: शान्तिकरा भवन्तु।।
कलम-दवात का पूजन मंत्र –
ऊँ महाकाले नमः ऊँ लेखन्यै नमः
जातक बही-खाता का पूजन मंत्र –
ऊँ सरस्वत्यै नमः
कुबेर पूजन मंत्र –
कृतेन अनेन पूजनेन कुबेरः प्रीयताम न मम्
तुला, तराजू पूजन मंत्र –
कृतोनानेन पूजनेन भगवती महालक्ष्मीदेवी प्रीयताम्, न मम।
दीपक का पूजन मंत्र –
ऊँ दीपवृक्षाय नमः
Shree Ganesh Mantra Jaap
Om Gan Ganapataye Namo Namah |
Shree Siddhi Vinayak Namo Namah ||
Shree Ashtavinayak Namo Namah |
Ganapati Bappa Moraya ||
Shree Maha Laxmi Mantra Jaap
Om maha laxmi namo namah |
Om vishnu prayayi namo namah ||
Om dhan pradaya namo namah |
Om vishawa jannanya namo namah ||
Shree Gayatri Mantra Jaap
Om Bhur Bhuva Swaha,
Tat Savitur Varenyam,
Bhargo Devasya Dhimahi
Dhiyo Yonah Prachodayat ||
Shree Mahamrityunjay Mantra Jaap
Om Tryambakam Yajamahe,
Sugandhim Pushti Vardhanam,
Urvarukamiva Bandhanaan,
Mrityor Mukshi Yamamritaat ||